मीरजापुर। मां विंध्यवासिनी के दरबार में हर रोज हजारों श्रद्धालु माथा टेकने आते हैं। मां के भक्तों पर मां का आशीर्वाद हमेशा बना रहता है। इसी कड़ी में झारखंड के रांची निवासी संजय चैधरी ने विंध्यवासिनी मंदिर पर नंबर एक प्रवेश द्वार पर सवा क्विंटल का दरवाजा लगवाया। इसकी कीमत 80 लाख रुपये आंकी गई। यह दरवाजा सवा पांच फीट लंबा व दो फीट चैड़ा है। इसे राजस्थान से बनवाया गया है।
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संजय चैधरी ने इसको लगाने के लिए राजस्थान के झुंझुनू जिले से पांच कारीगर भी लाए थे। जहां चांदी का दरवाजा लगाया गया, वहां पहले पीतल का गेट लगा था। विंध्यवासिनी मंदिर पर कसेरा समाज के लोगों ने चार जोड़ा पीतल का गेट लगवाया था। उस पर लिखा है कि जो चांदी या सोने का गेट लगवाएगा। वही पीतल का गेट हटवाएगा।
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परिवार के साथ विंध्याचल आए भक्त संजय चैधरी ने सबसे पहले मां विंध्यवासिनी का दर्शन-पूजन किया। इसके बाद विंध्यवासिनी मंदिर पर दरवाजा लगवाने की प्रक्रिया शुरू कराई। उनका कहना है कि वे 30 साल से विंध्याचल आ रहे हैं। अपनी श्रद्धा से विंध्यवासिनी पर दरवाजा लगवा रहे हैं। तीर्थ पुरोहित विकास पांडेय ने दर्शन-पूजन कराया।